-->

Ticker

9/recent/ticker-posts

Ad Code

झुंझुनूं में 10वीं के छात्र के पास मिली पिस्तौल, पुलिस को बोला बड़ा होकर करूंगा पपला को भी फेल।

 झुंझुनूं अब बनता जा रहा हैं गैंगस्टरों का गढ़, जिले में एक दिन में ही दो गैंग आई हथियार सहित पकड़ में। सीमावर्ती क्षेत्रों में बढ़ती जा रही हैं वारदातें।


झुंझुनूं की सिंघाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार दोस्तों को दबोचा है। चारों के पास खुद के खरीदे हुए अवैध हथियार मिले है। इनमें से तीन दोस्त तो अभी स्कूल में ही पढ रहे है। फिर भी दोस्तों के बीच हथियार दिखाकर धाक जमाने के लिए ये इंदौर और सोनीपत से अवैध हथियार लेकर आ गए। रविवार को पुलिस ने इस मामले में चार में दो दोस्तों को गिरफ्तार और दो दोस्तों की उम्र कम होने के कारण उन्हें निरूद्ध किया है। बुहाना डीएसपी ज्ञानसिंह ने बताया कि सिंघाना थाने के कांस्टेबल अजय भालोठिया तथा संजयकुमार को इनपुट मिला था कि डूमोली खुर्द, कुठानिया, पालोता गांव के कुछ बच्चों के पास ​हथियार है। जिस पर अलग-अलग टीमें बनाकर चार दोस्तों को दबोचा गया। इनके पास से एक देशी पिस्टल, तीन देशी कट्टे, दो जिंदा कारतूस तथा तीन खाली कारतूस जब्त किए गए है। बताया जा रहा है इनमें गिरफ्तार आरोपी पालोता निवासी विपिन जाट सैकंड इयर का छात्र है। तो वहीं डूमोली खुर्द निवासी राजेश अहीर 12वीं कक्षा में पढता है। इसके अलावा दो और नागालिगों को निरूद्ध किया गया है। जो कुठानिया और डूमोली खुर्द गांव के रहने वाले है। इनमें से एक की उम्र 15 साल है, जो कक्षा 10 में तथा दूसरे की उम्र 17 साल है, जो 11वीं कक्षा में पढता है।

सबसे छोटा ही निकला सबसे खोटा!



सूत्रों की मानें तो इन चार दोस्तों में जो सबसे छोटा है। वो ही सबसे खोटा है। जी, हां 15 साल का बच्चा दो बार पहले भी निरूद्ध हो चुका है। एक बार मारपीट में और एक बार होटल में मारपीट मामले में उसे निरूद्ध किया जा चुका है। पुलिस ने भी जब इस बच्चे से पूछताछ कि तो ये बोला बताया कि पांच सालों में मैं पपला को फेल कर दूंगा। सबसे पहले पुलिस ने भी इस बच्चे को विश्वास में लिया। जिसके मोबाइल से हथियारों की फोटो मिली और फिर कड़ी से कड़ी जोड़कर चारों को दबोचा गया।

सबसे महंगी पिस्टल भी छोटे मास्टरमाइंड की

दबोचे गए चार बच्चों में सबसे महंगी पिस्टल भी इसी 15 साल के बच्चे की है। जो उसने इंदौर से 25 हजार रूपए में खरीदकर लाना बताया है। यह एक देशी पिस्टल है, जो स्टील से निर्मित है। इसके अलावा दो जनों ने 5—5 हजार रूपए में सोनीपत व मध्यप्रदेश से देशी कट्टे खरीदकर लाने की जानकारी पुलिस को दी है। इसमें से एक बच्चा अभी पुलिस को यह बता रहा है की उसे देशी कट्टा खेत में मिला है।

कांस्टेबल अजय भालोठिया ने किया सराहनीय कार्य


सिंघाना थाने के कांस्टेबल अजय भालोठिया का कार्य इसमें सबसे अच्छा रहा। चूंकि आरोपियों में बाल अपचारी थे। इसलिए उनसे पूछताछ करना भी बेहद संजीदा विषय रहा। इसलिए भालोठिया ने बिना किसी भय के 15 साल के बच्चे को सबसे पहले विश्वास में लेकर उसकी तीन दोस्तों को एक—एक कर दबोचा। अजय भालोठिया इससे पहले डीएसटी टीम के भी सदस्य रह चुके है।

फेसबुक के जरिए हथियार तस्करों से सम्बंध

पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि 15 साल का बच्चा, इन चारों में मास्टर माइंड है। जिसने फेसबुक के जरिए ही सोनीपत और मध्यप्रदेश में हथियार तस्करों से संपर्क साधा और फिर डील पूरी होने के बाद वहां जाकर हथियार लेकर आए। इनके पास ये हथियार करीब छह महीने से बताए जा रहे है।

सरदर्द बने तीन खाली कारतूस

पुलिस के सामने अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो तीन खाली कारतूस इनके पास मिले हैं। उन्हें बच्चों ने कहां पर चलाए है, इसे लेकर पूछताछ होगी। प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि दोस्तों और अपनी मंडली में ही धौंस जमाने के लिए इन्होंने ये तीन कारतूस चलाए है। लेकिन पुलिस के लिए इन चले हुए तीन कारतूसों का हिसाब लेना बेहद जरूरी है।



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Ad Code