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इस गैंग ने अब तक प्रदेश के कई इलाकों से करोड़ों रुपए के बिजली के तार चोरी किए हैं । गिरोह के सदस्य हाईटेंशन लाइन से बिजली के तार काटकर हरियाणा में बेच देते थे । पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने झुंझुनू के मलसीसर क्षेत्र को अपना ठिकाना बना रखा था। स्थानीय लोग शामिल होने के कारण वारदात कर अपने गांव में छुप जाते थे । पिछले महीने 21 मार्च की रात को बिसाऊ थाना इलाके के निराधनु में बदमाशों ने तार चोरी की कोशिश कर वारदात को अंजाम दे रहे थे, लेकिन बिजली कर्मियों की जाग होने के कारण भागे गए।
गिरोह के सदस्य इस लाइन से झुंझुनू जिले के अलावा चूरू व हनुमानगढ़ जिले में भी तार काटकर चोरी कर चुके हैं । कटे हुए तार हरियाणा में ले जाकर बेच देते थे। 440 केवी बिजली की हाईटेंशन लाइन होने के कारण यह तार काफी महंगे होते थे। 200 मीटर लंबे तार की कीमत लगभग 1लाख से अधिक होती थी। तार महंगा होने के कारण यह चोरों के निशाने पर है। इस लाइन पर करीब 15 करोड़ रुपए के बिजली के तार चोरी हो चुके हैं। पकड़े गए आरोपियों में सरपंच रोहिताश निवासी ढिलसर, अनिल उर्फ प्रमोद निवासी कालेरा का बास सरपंच प्रतिनिधि लूणा, ओमप्रकाश निवासी झारिया, दिनेश उर्फ मोटीया निवासी झेरली, सोनू पुत्र निहाल सिंह निवासी थिरपाली,ओमप्रकाश पुत्र मनफूल निवासी झारिया को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
दरअसल बीकानेर से बबाई झुंझुनूं के बीच 440 केवी बिजली लाइन डाली जा रही थी। इसमें अभी करंट नहीं छोड़ा गया था। इसका तार काफी कीमती होने के कारण चोरों की इस पर नजर थी। काफी समय से इस लाइन के तार काट कर ले जा रहे थे । लगातार चोरी की घटनाओं के बाद पुलिस ने संदिग्ध लोगों पर नजर रखनी शुरू की। पुलिस ने इस गिरोह के आधा दर्जन से अधिक लोगों को पकड़ा है । जिसमें से एक सरपंच और एक सरपंच प्रतिनिधि शामिल है व चूरू जिले की भी बदमाश इस गिरोह में जुड़े हुए हैं। लगातार तार चोरी की घटनाओं के बाद 3 जिलों की पुलिस चोरों पर नजर बनाए हुए थे। मंगलवार रात को मलसीसर उपखंड के धनुरी थाना इलाके के डीएसटी टीम व धनुरी पुलिस थाने के थानाधिकारी मुकेश कुमार ने बदमाशों को पकड़ लिया । डीएसपी रोहिताश सेवन्दा व पुलिस के उच्च अधिकारी समेत अन्य पुलिस अधिकारी भी इस गिरोह से पूछताछ कर रहे हैं।
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