-->

Ticker

9/recent/ticker-posts

Ad Code

टमकोर में अक्षय तृतीया के मध्यनजर साधकों का किया सम्मान व अभिनंदन।

 आचार्य महाप्रज्ञ की जन्मधरा पर साधकों के हुआ अभिनंदन।

टमकोर के प्रज्ञा भवन में साध्वी सुरजप्रभा, साध्वी डॉ लावण्ययशा,साध्वी सोमप्रभा व नेतिकप्रभा के सानिध्य में अक्षय तृतीया,महाप्रज्ञ पुण्यतिथि व वर्षीतप की पालना का कार्यक्रम रखा गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता चैनरूप चोरड़िया ने की। कार्यक्रम में  शासन सेवी व अणुव्रत सेवी की उपाधि से सम्मानित भिखमचन्द नखत व महेश नानावटी के वर्षीतप की पालना में अभिनंदन किया गया। इससे पहले आयोजित कार्यक्रम में आचार्य श्री महाप्रज्ञ अस्पताल में एक मार्ग का नामकरण उनके नाम पर भीखमचंद नखत पथ रखा गया। प्रज्ञा भवन में आयोजित कार्यक्रम में भिखमचन्द नखत व महेश नानावटी का अतिथियों द्वारा अभिनंदन किया गया।
साध्वी डॉ. लावण्य यशा ने कार्यक्रम में सानिध्य प्रदान करते हुए बताया कि जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभनाथ जी ने मानव जीवन को व्यवस्थित करने के लिए अनेक व्यवस्थाएं दी। उन्होंने वर्ण व्यवस्था, कृषि व्यवस्था आदि व्यस्थाएँ बताकर सभ्य समाज के सृजन में एक नया मोड़ दिया। वहीं तपस्या को भी जीवन की एक चर्या में शामिल करने की बात कही। आज साध्वी नेतिकप्रभा,भिखमचन्द नखत व महेश नानावटी के तपसि वर्ष की पालना में सबके प्रति मंगलभावना प्रस्तुत की। उन्होंने बताया की टमकोर निवासी व हैदराबाद प्रवासी भिखमचन्द नखत समाज के वरिष्ठ श्रावक हैं इनकी सेवा अमूल्य हैं। साध्वी सूरज प्रभा जी ने तीनों तपस्वीयों जीवन के प्रति मंगल कामना व्यक्त की व इनके अभिनंदन में एक गीतिका प्रस्तुत की। वहीं महाप्रज्ञ इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों ने इस कार्यक्रम पर संस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में विमल चौरड़िया, पूनमचंद चौरड़िया, मेघराज कोठारी,सुनील चौरडिया,पवन बांठिया, रतन लाल वर्मा, प्रिंसिपल लोकेश तिवारी, मनोज सिंगला, विकास रांका, विजय चोरड़िया, करणी सिंह, नरेंद्र सिंह, रघुवीर धेतरवाल, राकेश दायमा सहित महिला मंडल की बहने व महाप्रज्ञ इंटरनेशनल स्कूल के बच्चे उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अध्यापक कन्हैया मोहन ने किया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Ad Code