बुधवार देर रात से इस बात पर विवाद चालू है । वीडियो वायरल होने के बाद हिंदू कार्यकर्ताओं ने सुजानगढ़ सालासर रोड को जाम कर विरोध प्रदर्शन किया । डेढ़ घंटे तक लगे जाम को रात पौने आठ बजे खुलवाया जा सका । धरने के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ हुआ।
दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई, जिस कारण 3 किलोमीटर लंबे जाम से निपटना प्रशासन के लिए मुश्किल हो गया ।
पुलिस से आक्रोशित हिन्दू समाज के कार्यकर्ताओं ने मांग की वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर बुलाया जाए। पीडब्ल्यूडी एईएन बाबूलाल वर्मा व जेईएन नंदलाल मुवाल को लोगो बे सड़क पर बैठाकर उनसे राम दरबार की प्रतिमा को तोड़ने का कारण पूछा। एईएन ने सड़क के चौड़ीकरण को लेकर कहते हुए हाथ जोड़कर लोगो से उनकी धार्मिक भावना आहत होने की माफी मांगी। उन्होंने कहा सड़क को फोरलेन बनाया जा रहा है, पीडब्ल्यूडी के एक ठेकेदार ने सम्मानजनक तरीके से मूर्तियों को कहीं और स्थानांतरित करने की बजाय जेसीबी इस्तेमाल कर भगवान राम के दरबार की प्रतिमाओं सहित प्रवेश द्वार को ध्वस्त कर दिया गया ।
(कार्यवाही का पूरा वीडियो देखें नीचे दिए गए लिंक पर)
उन्होंने बयह ने आश्वासन दिया कि सड़क का काम पूरा होने के बाद जो प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे, उसमें भी भगवान राम की प्रतिमा स्थापित की जाएगी ।
हालांकि उन्होंने इसे लिखित में देने से इंकर कर दिया। इसपर उन्होंने उच्च अधिकारियों से बात करने का बहाना बनाया तो एसडीएम ने प्रशासन से बात कर मामले को सुलझाने की बात कही ।
वहीं भाजपा इस मामले को लेकर मौजूदा सरकार पर हमलावर हो गई है इसके बाद से सोशल मीडिया व ट्विटर पर जुबानी हमलों का दौर शुरू हो गया है भाजपा के प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि प्रशासन व सरकार की गई कार्रवाई के लिए जल्द से जल्द दोषियों को सजा दें अन्यथा मैं सुजानगढ़ कूच करुगा।
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